जी-20 में कौन कौन से देश है : G20 Me Kon Kon Se Desh Hai

जी-20 में कौन कौन से देश है : G20 Me Kon Kon Se Desh Hai

जी-20 में कौन कौन से देश है : G20 Me Kon Kon Se Desh Hai – तो आज हम आपको बताएंगे कि जी-20 में कौन-कौन से देश है? अगर आप भी इस बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े !

जी-20 में कौन कौन से देश है : G20 Me Kon Kon Se Desh Hai
जी-20 में कौन कौन से देश है : G20 Me Kon Kon Se Desh Hai

जी-20 क्या है | G-20 Kya Hain?

जी-20 (G20) एक अंतरराष्ट्रीय आर्थिक गठबंधन है जिसमें विश्व के 20 प्रमुख और बड़े आर्थिक देश शामिल होते हैं। इस गठबंधन का मुख्य उद्देश्य आर्थिक सहयोग, सहयोग और आर्थिक संवाद के माध्यम से वैश्विक आर्थिक स्थिति को सुधारना है।

G20 में उच्चस्तरीय बैठकें आयोजित की जाती हैं जिनमें आर्थिक विषयों पर चर्चा की जाती है और सहयोगी उपायों का आलंब बनाने का प्रयास किया जाता है। G20 आर्थिक सहयोग के क्षेत्र में ग्लोबल स्थिति के सुधार के लिए महत्वपूर्ण स्थान रखता है।

इसमें विश्व के बड़े और आर्थिक महत्वपूर्ण देशों की सहमति और सहयोग से काम होता है।

जी-20 की स्थापना | G-20 Ki Sthapna?

जी-20, या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। जी-20 का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था के समन्वय और स्थिरता को बढ़ावा देना है।

जी-20 का गठन 1999 में किया गया था, एशियाई वित्तीय संकट के जवाब में। जी-7 देशों (संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, जापान, यूरोपीय संघ, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, और जर्मनी) ने महसूस किया कि उन्हें एशियाई वित्तीय संकट को रोकने के लिए एक अधिक समावेशी मंच की आवश्यकता थी। इसलिए, उन्होंने जी-20 की स्थापना की, जिसमें एशियाई देशों और अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को शामिल किया गया।

जी-20 ने तब से वैश्विक आर्थिक विकास, वित्तीय स्थिरता, और व्यापार और निवेश के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में काम किया है। यह जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, और अन्य वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच है।

जी-20 हर साल एक सदस्य देश में शिखर सम्मेलन आयोजित करता है। 2023 में, भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है।

जी-20 में कौन-कौन से देश है | G-20 Me Kon-Kon Se Desh Hain?

जी-20, या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। इसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। जी-20 का उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था के समन्वय और स्थिरता को बढ़ावा देना है।

जी-20 के सदस्य देश हैं:

  • अर्जेंटीना
  • ऑस्ट्रेलिया
  • ब्राज़ील
  • कनाडा
  • चीन
  • यूरोपीय संघ
  • फ्रांस
  • जर्मनी
  • भारत
  • इंडोनेशिया
  • इटली
  • जापान
  • कोरिया गणराज्य
  • मैक्सिको
  • रूस
  • सऊदी अरब
  • दक्षिण अफ्रीका
  • तुर्की
  • संयुक्त राज्य अमेरिका

NOTE: जी-20 हर साल एक सदस्य देश में शिखर सम्मेलन आयोजित करता है। 2023 में, भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है।

जी-20 की कार्य प्रणाली | G-20 Ki Kary Pranali?

जी-20, या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है। इसका उद्देश्य वैश्विक अर्थव्यवस्था के समन्वय और स्थिरता को बढ़ावा देना है।

जी-20 की कार्य प्रणाली इस प्रकार है:

  • अध्यक्षता: जी-20 की अध्यक्षता एक सदस्य देश द्वारा एक वर्ष के लिए की जाती है। अध्यक्षता देश जी-20 के एजेंडे को निर्धारित करता है और शिखर सम्मेलन की मेजबानी करता है।
  • वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर: जी-20 वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर सालाना बैठक करते हैं। ये बैठकें जी-20 के एजेंडे पर चर्चा करने और वित्तीय स्थिरता पर सहमति बनाने के लिए एक मंच प्रदान करती हैं।
  • शेरपा: प्रत्येक सदस्य देश में एक शेरपा होता है। शेरपा जी-20 के एजेंडे पर चर्चा करने और सहमति बनाने के लिए अन्य सदस्य देशों के साथ काम करता है।

जी-20 का एजेंडा व्यापक है और इसमें आर्थिक विकास, वित्तीय स्थिरता, व्यापार और निवेश, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, और अन्य वैश्विक चुनौतियाँ शामिल हैं। जी-20 ने इन चुनौतियों से निपटने के लिए कई समझौते और घोषणाएँ की हैं।

जी-20 एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मंच है जो वैश्विक आर्थिक व्यवस्था को आकार देने में मदद करता है। यह एक मंच भी है जहां सदस्य देश वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग कर सकते हैं।

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2023 में जी 20 सम्मेलन की मेजबानी कौन सा देश करेगा?

प्राप्त जानकारी के अनुसार 2023 में, भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। इसलिए, भारत 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। शिखर सम्मेलन 23 से 25 फरवरी, 2023 तक नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।

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