तुर्रम खान कौन था, क्यों प्रसिद्ध है : Turram Khan Kon Tha In Hindi
तुर्रम खान कौन था, क्यों प्रसिद्ध है : Turram Khan Kon Tha In Hindi -: तो दोस्तों आज हम आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि “तुर्रम खान कौन था, क्यों प्रसिद्ध है?” अगर आप इस बारे में जानकारी एकत्रित करना चाहते है, तो आप हमारे इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़े, ताकि आपके ज्ञान में और भी ज्यादा वृद्धि हो सकें !

तुर्रम खान कौन था?
तुर्रम खान एक मशहूर मुग़़ल सम्राट था जो 16वीं शताब्दी में भारतीय उपमहाद्वीप का अधिपति था। वह मुग़़ल साम्राज्य के पांचवें सम्राट अकबर के पोते थे और उनके बादशाह जहांगीर और शाहजहां के पिता थे। तुर्रम खान का जन्म 1595 में हुआ था और उनकी मृत्यु 1658 में हुई।
तुर्रम खान को उनके सैनिक योग्यताओं के कारण ‘जिया उद-दीन मुहम्मद’ या ‘तुर्रम खान’ के नाम से भी जाना जाता था। उन्होंने अपनी सेना के साथ बहुत सारी विजय प्राप्त की और उन्हें भारतीय इतिहास में मशहूर योद्धा के रूप में जाना जाता है।
तुर्रम खान की प्रमुख विजयों में से एक थी उनकी 1627 में हुई बिजापुर की लड़ाई जहां उन्होंने बिजापुर के सल्तनत को मुग़़ल साम्राज्य के अधीन कर दिया। उनके कारनामों में शामिल हैं भोजपुर, उजजैन, आसीरगढ़, जौनपुर, अहमदाबाद, सिरहिंद, बीजापुर, दक्षिण भारतीय प्रांतों की घटनाओं में भी जित की।
तुर्रम खान की मृत्यु के बाद, उनका पोता और मुग़़ल सम्राट जहांगीर का पुत्र और तुर्रम खान के पुत्री का पति, शाहजहां उनकी जगह ले लिया।
तुर्रम खान क्यों प्रसिद्ध है?
तुर्रम खान को भारतीय इतिहास में उनके योद्धा कौशल, सामरिक योग्यता और विजयों के लिए प्रसिद्धा मिली है। वे मुग़़ल साम्राज्य के सम्राट अकबर के गुप्त सेनापति रह चुके थे और बाद में अपने पोते, सम्राट जहांगीर के पुत्र, शाहजहां के पिता बने। तुर्रम खान ने अपने सामरिक योग्यताओं के चलते कई विजय प्राप्त की और उन्होंने अपनी सेना के साथ बहुत सारे क्षेत्रों में व्यापक साम्राज्य का निर्माण किया।
तुर्रम खान की प्रमुख विजयों में से एक थी उनकी 1627 में हुई बिजापुर की लड़ाई, जिसमें उन्होंने बिजापुर के सल्तनत को मुग़़ल साम्राज्य के अधीन कर दिया। उनके कारनामों में शामिल हैं भोजपुर, उज्जैन, आसीरगढ़, जौनपुर, अहमदाबाद, सिरहिंद, बीजापुर, दक्षिण भारतीय प्रांतों की घटनाओं में भी जीत की।
उनकी सामरिक योग्यता, नीति और न्यायप्रिय शासन के लिए उन्हें उच्च स्तर पर प्रशंसा मिली है। तुर्रम खान को उनके योद्धा और विजयी यात्राओं के कारण एक प्रमुख और प्रसिद्ध साम्राज्यकारी योद्धा के रूप में मान्यता प्राप्त है।
तुर्रम खान का इतिहास क्या हैं?
तुर्रम खान का इतिहास उनके वीरतापूर्ण और महत्वपूर्ण कारनामों से भरा हुआ है। यहां कुछ महत्वपूर्ण घटनाएं हैं जो तुर्रम खान के इतिहास का हिस्सा हैं:
- सेवन संग्राम (1607): तुर्रम खान ने अकबर समय में अपनी पहली महत्वपूर्ण लड़ाई में सेवन संग्राम में अपनी सामरिक योग्यता दिखाई और विजय प्राप्त की।
- बिजापुर का अधिग्रहण (1627): तुर्रम खान ने मुग़़ल साम्राज्य के नाम पर बिजापुर सल्तनत का अधिग्रहण किया और इससे मुग़़ल सत्ता को दक्षिण भारत में मजबूती मिली।
- बंगाल के विजय (1632-1638): तुर्रम खान ने बंगाल को अपने अधीन करने के लिए विजय की यात्रा की और बंगाल सत्ता को मुग़़ल साम्राज्य के अंतर्गत लाया।
- देकन के अधिग्रहण (1636-1646): तुर्रम खान ने दक्षिणी भारत के विभिन्न भूभागों को जीतकर देकन के विस्तार में मदद की। उन्होंने बीजापुर, गोलकोंडा, विजयनगर, त्रिचिनापल्ली, मदुरै, तांजोर और उत्तरी केरल क्षेत्रों को मुग़़ल साम्राज्य के अंतर्गत किया।
- सम्राट जहांगीर के पिता: तुर्रम खान का महत्वपूर्ण योगदान यह था कि वे मुग़़ल सम्राट जहांगीर के पुत्र और उनके वंश के उत्तराधिकारी थे। उनके पुत्र, शाहजहां, ने मुग़़ल सम्राट के रूप में महानता प्राप्त की और ताजमहल जैसे शानदार स्मारकों की नींव रखी।
तुर्रम खान का इतिहास इन विजयों और उनके सामरिक कारनामों के माध्यम से मशहूर हुआ है, जिससे उन्हें मुग़़ल साम्राज्य के प्रमुख योद्धा के रूप में पहचाना जाता है।
यह भी पढ़े :
- नीलामी में खरीदा जाने वाला पहला अमेरिकी क्रिकेटर कौन था : Nilami Me Kharida Jane Wala Pahla Ameriki Kon Tha
- पोहा कैसे बनाते हैं, रेसिपी, विधि : Poha Kaise Banta Hai
- मैदा कैसे बनता है : Maida Kaise Banta Hai
- यादव को कैसे काबू करें : Yadav Ko Kabu Mein Kaise Karen
- राजपूत को काबू में कैसे करें : Rajput Ko Kabu Mein Kaise Karen Google
- बिहारी को काबू में कैसे करें : Bihari Ko Kabu Mein Kaise Karen
- जाट को काबू में कैसे करे : Jaat Ko Kabu Mein Kaise Karen Google Bolkar Batao